Rajasthan Election Date Change अब राजस्थान में 23 नवंबर से नहीं होंगे चुनाव, तारीख में बड़ा बदलाव…….

Rajasthan Election Date Change : अब राजस्थान में 23 नवंबर से नहीं होंगे चुनाव, तारीख में बड़ा बदलाव: राजस्थान में करवाए जाने वाले चुनाव को लेकर एक बड़ा बदलाव सामने आया है. राजस्थान सरकार के द्वारा चुनाव का आयोजन अब 23 नवंबर 2023 से नहीं करवाया जाएगा. मतदान करने के लिए तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है. अब राजस्थान में चुनाव 25 नवंबर 2023 से करवाए जाएंगे.

  • अब राजस्थान में मतदान 25 नवंबर 2023 से शुरू होंगे. इससे पहले चुनाव आयोग के द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार नामांकन की शुरुआत 30 अक्टूबर 2023 सोमवार से करवाई जाएगी.
  • नामांकन जमा करवाने की आखिरी तारीख 6 नवंबर 2023 रखी गई है. इसके बाद 7 नवंबर 2023 मंगलवार को चुनाव नामांकन पत्रों की स्कूटी करवाई जाएगी. एवं नामांकन वापस लेने की तारीख को 9 नवंबर 2023 रखा गया है.
  • राजस्थान में मतदान की गणना 3 दिसंबर 2023 रविवार को ही होगी. इसमें किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है.
  • चुनाव आयोग के द्वारा चुनाव के नए शेड्यूल को जारी करने के लिए नई अधिसूचना जारी कर दी गई है. भारतीय निर्वाचन चुनाव आयोग के द्वारा राजस्थान में चुनाव की प्रक्रिया 25 नवंबर 2023 शनिवार से करवाए जाएंगे.
  • राजस्थान में देव उठानी ग्यारस और एकादशी होने के कारण जो चुनाव के लिए मतदान 23 नवंबर 2023 को करवाए जाने वाले थे. इसकी तिथि को आगे बढ़ाने के लिए जनप्रतिनिधियों द्वारा अनुरोध किया गया क्योंकि उनका कहना था कि देव उठानी ग्यारस और एकादशी होने के कारण वोट प्रतिशत में कमी आ सकती है. इस कारण आप राजस्थान में मतदान 25 नवंबर 2023 से करवाए जाएंगे.

Voting will be held in 5 states in November

नवंबर में 5 राज्यों में मतदान होगा. इनमें छत्तीसगढ़ को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में एक चरण में ही मतदान होगा. इन तारीखों पर होगी वोटिंग:

  • मिजोरम: 7 नवंबर
  • छत्तीसगढ़: 7 और 17 नवंबर
  • मध्यप्रदेश: 17 नवंबर
  • राजस्थान: 25 नवंबर
  • तेलंगाना: 30 नवंबर

Where is the clash between whom?

बता दें मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में BJP और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस एक बार फिर वापसी करने की कोशिश करेगी. जबकि राजस्थान में BJP हर पांच साल में सत्ता बदलने के ट्रेंड को दोहराते हुए फिर से सत्ता में आने की कोशिश करेगी.

छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के सामने एक बार फिर सरकार बनाने की चुनौती होगी. 2018 में बड़ी मुश्किल से कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में आई थी.

तेलंगाना में सत्ता फिलहाल के चंद्रशेखर राव के पास है. लेकिन इस बार उनके सामने कांग्रेस, BJP समेत AIMIM जैसी छोटी पार्टियां भी मैदान में रहेंगी. इतना ही नहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन YS शर्मिला भी ‘YSRCP तेलंगाना’ को लेकर राज्य में बीते कुछ समय से खासी सक्रिय हैं.

मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) के जोरमथांगा मुख्यमंत्री हैं. बीते चुनाव में कांग्रेस को हराकर MNF 10 साल बाद सत्ता में आई थी. 40 सीटों वाली विधानसभा में तब MNF गठबंधन में 26 सीटें जीतकर आई थी.